Tuesday 19 June, 2007

सबकी कब्र खोद द्‌यूंगा

ल्यो जी या दकान खोले तो मीन्ने होग्ये अर म्‌हूरत कर्‌या कोनी। इस्सै खातर आज दकान का म्‌हूरत कर्‌या सूं, देक्खां किसी बोणी होवै सै।

घुग्घू कब्र खोदण का काम कर्‌या करदा था। एक बर इसा होया अक गाम म्ह दो-तीन साल बरसात कोनी होई तो धरती करड़ी होग्यी अर घुग्घू नै कब्र खोददी हाण घणा जोर लगाणा पड़दा। एक दिन गाम म्ह खूब बरसात होई तो घुग्घू सरपंच धौरे गया अर बोल्या, सरपंच साब गाम म्ह रुक्का मरवा द्‌यो अक सारे गाम आले आकै अपणी कब्र का माप दे जावैं, इब धरती नरम होरी सै सबकी कब्र खोद द्‌यूंगा।

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